इंदौर के एमवाय अस्पताल के न्यू चेस्ट वार्ड में एक बेड पर दो मरीजों को रखने पर परिजन आक्रोशित हो गए। इसके बाद उन्होंने तीन रेजिडेंट डॉक्टरों और महिला गार्ड के साथ मारपीट कर दी। घटना में महिला गार्ड और एक डॉक्टर गंभीर रूप से घायल हो गए।
इंदौर के एमवाय अस्पताल परिसर स्थित न्यू चेस्ट वार्ड में मंगलवार रात एक मरीज के स्वजन ने महिला सहित तीन रेजिडेंट डॉक्टरों और महिला गार्ड पर बेल्ट, डंडे और कुर्सी से हमला कर दिया। इसमें डॉ. श्वेतांक सोनी और गार्ड राधा जोशी को सिर में चोट आई है। अन्य भी मामूली घायल हुए हैं।
पुलिस ने चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। अस्पताल परिसर में हुई इस घटना ने प्रबंधन द्वारा की जा रही सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है, क्योंकि घटना के दौरान सिर्फ एक महिला गार्ड ड्यूटी पर थी। यहां सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे हैं।
पुलिस ने दर्ज किया केस
स्वजन का आरोप है कि यहां इलाज में देरी हो रही है, एक बेड पर दो बच्चों को भर्ती किया जा रहा है। हमने अलग बेड की मांग की तो हमें भगा दिया। संयोगितागंज थाने में सुबह साढ़े चार बजे दीपक, प्रदीप सोलंकी, गोरेलाल और तनु के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया।
घटना के बाद डॉक्टरों ने एमवाय अस्पताल गेट पर प्रदर्शन किया। मांगों को लेकर डीन और पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की। डॉ. श्वेतांक ने बताया कि रात ड्यूटी पर था। तभी छह वर्षीय शिवांश के स्वजन आए और इलाज को लेकर विवाद करने लगे।
वह अपशब्द कहने लगे, मना किया तो स्वजन ने डंडे, बेल्ट, कुर्सी से मारपीट की। बचाव में गार्ड राधा और साथी डॉ. केशव अग्रवाल, डॉ. सांची अग्रवाल आए तो उनके साथ भी मारपीट की।
सात दिन में सुरक्षा व्यवस्था नहीं सुधरी तो करेंगे हड़ताल
जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने अस्पताल प्रबंधन को चेतावनी दी है कि यदि सात दिनों में सुरक्षा व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो हम हड़ताल करेंगे। अध्यक्ष डॉ. आकाश वर्मा ने बताया कि डीन से मुलाकात की है। हमने इससे पहले भी कोलकाता की घटना के बाद सुरक्षाकर्मी बढ़ाने की मांग की थी। न्यू चेस्ट वार्ड की दीवार भी टूटी हुई है। इस कारण लोग वहां से कूदकर आ जाते हैं। कैमरे भी पर्याप्त संख्या में नहीं हैं।
स्वास्थ्य शिविर में इंदौर के डॉक्टर देंगे सेवाएं
संभागायुक्त दीपक सिंह की पहल पर संभाग में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है। 16 नवंबर को खरगोन जिले के झिरन्या में संभाग स्तरीय स्वास्थ्य शिविर लगाया जाएगा। शिविर में मेडिकल कॉलेज इंदौर और खंडवा के 150 से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टर और निजी डॉक्टर अपनी सेवाएं देने पहुंचेंगे। इस शिविर में लोगों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी।