रतलाम में पुलिस ने एक एंबुलेंस से 8.39 क्विंटल डोडाचूरा ले जा रहे दो युवकों को गिरफ्तार किया। आरोपित पहले भी छह बार इसी तस्करी में शामिल रहे हैं। पुलिस ने फोरलेन पर नाकाबंदी कर एंबुलेंस को रोका, जिसमें 42 बोरे डोडाचूरा भरा मिला। एंबुलेंस मालिक की तलाश जारी है।
एंबुलेंस से तस्करी
एसपी अमित कुमार ने पत्रकारवार्ता में बताया कि शनिवार-रविवार की दरमियानी रात सूचना मिली थी कि दो युवक एंबुलेंस (एमएच-06-बीडब्ल्यू 5365) में मंदसौर जिले से डोडाचूरा के बोरे भरकर जावरा, रतलाम, बदनावर होते हुए महाराष्ट्र की तरफ जा रहे हैं। इस पर पुलिस की टीम ने फोरलेन के सेजावता फंटे पर पहुंचकर नाकाबंदी की।
कुछ देर बाद एंबुलेंस आने पर उसे रुकवाया गया। उसमें सवार आरोपित चालक रणजीत मोड़के व उसके साथी रूपेश माने दोनों निवासी ग्राम तला जिला रायगढ़ (महाराष्ट्र) को हिरासत में लेकर एंबुलेंस के पीछे का गेट खुलवाकर चेक किया तो उसमें प्लास्टिक के 42 बोरे पाए गए। सभी बोरों में डोडाचूरा भरा था।
एंबुलेंस मालिक की तलाश
आरोपित रणजीत व रूपेश के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/15 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वे दोनों ड्राइवर हैं और डोडाचूरा मंदसौर जिले के सीतामऊ के पास से लेकर महाराष्ट्र ले जा रहे थे। एंबुलेंस मालिक की तलाश की जा रही है। डोडाचूरा किसने मंगाया था, इस संबंध में पूछताछ की जा रही है।