फूड डिलिवरी कंपनी जोमैटो को जब दीपेंद्र सिंह गोयल करीब 17 बरस पहले शुरू किया था, तब उन्होंने भी नहीं सोचा होगा कि वो देश की दिग्गज कंपनियों से भी बड़ी कंपनी बन जाएगी. जोमैटो और ब्लिंकिट दोनों कंपनियों की पेरेंट कंपनी इटरनल है. जिसका शेयर मंगलवार को ना सिर्फ रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया. बल्कि कंपनी ने वैल्यूएशन के मामले में देश की दिग्गज कंपनियों तक को पीछे छोड़ दिया. जिनमें से कुछ कंपनियां आजादी से पहले शुरू हुई थी. जिसमें टाटा मोटर्स और विप्रो तक शामिल हैं. इस फेहरिस्त में नेस्ले इंडिया, एशियन पेंट्स और जेएसडब्ल्यू स्टील भी शामिल है. आइए आपको भी बताते हैं कि शेयर बाजार में इटरनल ने कौन कौन सी दिग्गज कंपनियों को पीछे छोड़ दिया है.
3 लाख करोड़ की कंपनी बनीं
इटरनल लिमिटेड के शेयर मंगलवार को 311.6 रुपए के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गए, जिससे जोमैटो और ब्लिंकिट की पेरेंट कंपनी का मार्केट कैप 3 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया-जिसने विप्रो, टाटा मोटर्स, जेएसडब्ल्यू स्टील, नेस्ले इंडिया और एशियन पेंट्स जैसी कई कंपनियों को पीछे छोड़ दिया है. सोमवार को बीएसई पर कंपनी का शेयर 15 फीसदी तक उछलकर 311.6 रुपए के लाइफ टाइम हाई पर पहुंच गया. यह उछाल तब देखने को मिला जब निवेशकों ने इटरनल के क्विक-कॉमर्स वर्टिकल, ब्लिंकिट के जून तिमाही के शानदार प्रदर्शन की सराहना की.
क्यों आई शेयरों में तेजी?
निवेशकों में उत्साह ब्लिंकिट की तेज ग्रोथ की वजह से देखने को मिला था. आंकड़ों के अनुसार ब्लिंकिट का नेट ऑर्डर वैल्यू (नवंबर) जोमैटो से आगे निकल गया है. पहली तिमाही के उत्साहजनक परिणामों के कारण टारगेट में भी बदलाव किया गया है. वहीं दूसरी ओर जेफरीज ने कंपनी की कैटेगिरी को अपडेट करते हुए बाइंग में कर दिया है. साथ ही कंपनी के शेयरों का टारगेट वैल्यू बढ़ाकर 400 रुपये कर दिया. एमके ग्लोबल ने कहा कि ब्लिंकिट ने “पहली तिमाही के मज़बूत नतीजे दर्ज किए, जिसमें ब्लिंकिट ने साल-दर-साल 140 फीसदी सरकारी रेवेन्यू और EBITDA मार्जिन में 0.50 फीसदी की तिमाही-दर-तिमाही सुधार दर्ज किया.
इन दिग्गज कंपनियों को किया बौना
इन कंपनियों को छोड़ा पीछे
मंगलवार की तेजी के साथ, इटरनल का मार्केट कैप अस्थायी रूप से 3 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया, जिससे यह निफ्टी 50 पर कई प्रमुख कंपनियों से आगे निकल गया. इनमें विप्रो का नाम प्रमुखता से लिया जा सकता है. शेयर बाजार बंद होने के बाद कंपनी का मार्केट कैप 2.72 लाख करोड़ रुपए था. टाटा मोटर्स का मार्केट कैप 2.48 लाख करोड़ रुपए, जेएसडब्ल्यू स्टील की वैल्यूएशन 2.52 लाख करोड़ रुपए, नेस्ले इंडिया का मार्केट कैप 2.35 लाख करोड़, कोल इंडिया की वैल्यूएशन 2.40 लाख करोड़, बजाज ऑटो की वैल्यूएशन 2.31 लाख करोड़, एशियन पेंट्स की वैल्यू 2.27 लाख करोड़ रुपए, आयशर मोटर्स 1.50 लाख करोड़, टेक महिंद्रा 1.51 लाख करोड़ और सिप्ला का मार्केट कैप 1.18 लाख करोड़ रुपए है. शेयर बाजार बंद होने के बाद इटरनल का मार्केट कैप 2.89 लाख करोड़ रुपए देखने को मिला है. इटरनल के शेयरों में पिछले 12 महीनों में 42 फीसदी की वृद्धि हुई है और 2025 में अब तक 10 फीसदी से ज्यादा का इजाफा देखने को मिल चुका है. शेयर बाजार बंद होने के बाद कंपनी का शेयर 10.32 फीसदी की तेजी के साथ 299.75 रुपए पर देखने को मिल रहा है.