अलास्का और ताजिकिस्तान में आज तड़के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के मुताबिक ताजिकिस्तान में 4.6 तीव्रता का भूकंप आया. बयान के अनुसार, भूकंप 23 किलोमीटर की उथली गहराई पर आया, जिससे यह आफ्टरशॉक के लिए अतिसंवेदनशील है. वहीं अलास्का में भी 6.2 तीव्रता का भूकंप आया. बयान के मुताबिक, भूकंप का केंद्र 48 किलोमीटर की गहराई में था.
सोमवार तड़के भारत के जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में भी रिक्टर पैमाने पर 3.1 तीव्रता का भूकंप आया. एनसीएस के अनुसार, भूकंप 10 किलोमीटर की गहराई पर आया. इस बीच, रविवार रात, अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले में रात 10:59 बजे 3.4 तीव्रता का एक और कम तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया. एनसीएस के बयान के अनुसार, भूकंप की गहराई 5 किमी थी.
EQ of M: 3.1, On: 21/07/2025 01:36:52 IST, Lat: 33.17 N, Long: 75.87 E, Depth: 10 Km, Location: Kishtwar, Jammu & Kashmir.
For more information Download the BhooKamp App https://t.co/5gCOtjdtw0 @DrJitendraSingh @OfficeOfDrJS @Ravi_MoES @Dr_Mishra1966 @ndmaindia pic.twitter.com/ymjlaeaRK9— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) July 20, 2025
उथले भूकंप अधिक खतरनाक
उथले भूकंप आमतौर पर गहरे भूकंपों की तुलना में अधिक खतरनाक होते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि उथले भूकंपों से भूकंपीय तरंगों की सतह तक यात्रा करने की दूरी कम होती है, जिसकी वजह से मजबूत जमीन हिलती है और संभावित रूप से इमारतों को अधिक नुकसान होता है.
ताजिकिस्तान में 4.0 तीव्रता का भूकंप
इससे पहले, नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के एक बयान में कहा गया था कि रविवार को ताजिकिस्तान में 4.0 तीव्रता का भूकंप आया. बयान के अनुसार, भूकंप का केंद्र 160 किमी की गहराई में था. वहीं18 जुलाई को भी 10 किलोमीटर की गहराई पर 3.8 तीव्रता का भूकंप आया था. जबकि 12 जुलाई को, इस क्षेत्र में दो भूकंप आए. रिक्टर स्केल पर जिसकी तीव्रता 4.8 और 4.2 मापी गई.
ताजिकिस्तान एक पर्वतीय देश है और जलवायु संबंधी खतरों के लिए संवेदनशील है. यह भूकंप, बाढ़, सूखा, हिमस्खलन, भूस्खलन और भूस्खलन से ग्रस्त है. सबसे संवेदनशील क्षेत्र ग्लेशियर पर निर्भर नदी घाटियां हैं जो सिंचाई के लिए जलविद्युत और जल संसाधन प्रदान करती हैं.
EQ of M: 4.6, On: 21/07/2025 04:43:29 IST, Lat: 37.39 N, Long: 72.58 E, Depth: 23 Km, Location: Tajikistan.
For more information Download the BhooKamp App https://t.co/5gCOtjcVGs @DrJitendraSingh @OfficeOfDrJS @Ravi_MoES @Dr_Mishra1966 @ndmaindia pic.twitter.com/WWwmZUh7TK— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) July 20, 2025
अलास्का में 6.2 तीव्रता का भूकंप
एनसीएस के एक बयान में कहा गया है कि आज अलास्का में 6.2 तीव्रता का भूकंप आया. यह आफ्टरशॉक के लिए अतिसंवेदनशील है. इससे पहले 17 जुलाई को, रिक्टर पैमाने पर 7.3 तीव्रता के भूकंप ने अलास्का को हिला दिया था. एनसीएस के अनुसार, बड़े पैमाने पर भूकंप 36 किमी की उथली गहराई पर आया था, जिससे यह आफ्टरशॉक्स के लिए अतिसंवेदनशील हो गया था.
EQ of M: 6.2, On: 21/07/2025 03:58:02 IST, Lat: 54.99 N, Long: 159.98 W, Depth: 48 Km, Location: Alaska Peninsula.
For more information Download the BhooKamp App https://t.co/5gCOtjdtw0 @DrJitendraSingh @OfficeOfDrJS @Ravi_MoES @Dr_Mishra1966 @ndmaindia pic.twitter.com/t6cCnC8XH1— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) July 20, 2025
सुनामी की चेतावनी जारी
द न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी सुनामी चेतावनी प्रणाली के अनुसार, अलास्का की खाड़ी में आए भूकंप के बाद तटीय अलास्का के कुछ हिस्सों के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी. सुनामी की चेतावनी अमेरिका में राष्ट्रीय मौसम सेवा द्वारा जारी सबसे ज़रूरी चेतावनी होती है, और इसका मतलब है कि लोगों को ऊंचे स्थानों पर चले जाना चाहिए. सुनामी संबंधी सलाह का मतलब है कि लोगों को तटीय जल से बाहर निकल जाना चाहिए और समुद्र तटों और जलमार्गों से दूर रहना चाहिए.
अलास्का-अलेउतियन सबडक्शन सिस्टम दुनिया भर में भूकंप के नजरिये से सबसे सक्रिय सिस्टमों में से एक है, जिसने पिछली सदी में किसी भी अन्य सिस्टम की तुलना में सबसे ज़्यादा M8 तीव्रता के भूकंप पैदा किए हैं. इनमें से कई भूकंप, साथ ही तटीय और पनडुब्बी भूस्खलन, सुनामी पैदा करते हैं. इस क्षेत्र में 130 से अधिक ज्वालामुखी और ज्वालामुखी क्षेत्र हैं, तथा पिछले 200 वर्षों में फटे अमेरिका के तीन-चौथाई से अधिक ज्वालामुखी भी यहीं हैं.