अगर आप भी किसी के भी बन जाते हैं गारंटर; तो हो जाएं सावधान…वरना होगा तगड़ा नुकसान

अगर आप भी किसी के भी बन जाते हैं गारंटर; तो हो जाएं सावधान…वरना होगा तगड़ा नुकसान
सांकेतिक तस्वीर

किसी भी बैंक से लोन लेने के लिए कागजात के साथ-साथ जो एक चीज जरूरी होती है. वह है गारंटर. अगर आप भी किसी दोस्त या रिश्तेदार का गारंटर बिना सोचे-समझे बन जाते हैं, सावधान हो जाइए. क्योंकि इसका आपको बुरा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.

गारंटर का बनने का सीधा सा मतलब यह होता है कि जो लोन लिया गया है उसके चुकाने की जिम्मेदारी आपकी है. अगर जिसने लोन लिया वह उसकी समय पर किस्त नहीं भर पाता है. वह डिफॉल्टर घोषित हो जाता है, तो गारंटर के पास भी नोटिस आता है.

ये हैं नुकसान

जो व्यक्ति लोन लेता है उसकी जिम्मेदारी बनती है कि वह लोन की किस्तों को समय-समय पर चुकाए. लेकिन, जब वह लोन नहीं चुका पाता है, तो इस डिफॉल्ट का असर आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ सकता है. इसलिए गारंटर बनने से पहले सामने वाले व्यक्ति की इनकम की जानकारी होना बेहत जरूरी है. क्योंकि उसके चलते अगर आपका क्रेडिट स्कोर खराब होता है, तो भविष्य में खुद के लिए लोन लेने में समस्या हो सकती है. साथ ही लोन पर ज्यादा ब्याज भी देना पड़ सकता है.

गारंटर बनना कोई सरल निर्णय नहीं है, क्योंकि बैंक इस लोन को आपकी कुल क्रेडिट सीमा में शामिल करता है. यदि उधारकर्ता किसी कारणवश दिवालिया घोषित हो जाता है, तो भले ही उसे लोन चुकाने से राहत मिल जाए, गारंटर को पूरी राशि ब्याज समेत चुकानी पड़ती है. साथ ही, गारंटर की जिम्मेदारी से मुक्त होना भी आसान नहीं है, जब तक कि लोन पूरी तरह चुक न जाए या बैंक लिखित अनुमति न दे.

फायदा भी हो सकता है

फिर भी, गारंटर बनने के कुछ लाभ हैं. इससे आप अपने किसी प्रियजन की सहायता कर सकते हैं. इसके अलावा, अगर उधारकर्ता जिम्मेदार है और समय पर लोन चुकाता है, तो आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर हो सकता है. इसलिए, यदि आप गारंटर बनने का विचार कर रहे हैं, तो सावधानी बरतें, नियमित रूप से अपना क्रेडिट स्कोर जांचें और किसी वित्तीय विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें.