मध्य प्रदेश में एक्टिव हो रहे 3 मानसून, 25 अगस्त से 6 संभागों में भारी बारिश का अलर्ट

बांग्लादेश के उत्तरी भाग में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर चार अन्य मौसम प्रणालियां भी सक्रिय हैं। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, वातावरण में नमी रहने और तापमान बढ़ने की वजह से गरज-चमक के साथ प्रदेश के कई शहरों में वर्षा हो रही है। अभी दो दिन तक इस तरह की स्थिति बनी रहेगी। उसके बाद प्रदेश के कई जिलों में झमाझम वर्षा का सिलसिला शुरू होने के आसार हैं।

कम दबाव का क्षेत्र मौजूद

मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तरी बांग्लादेश पर एक कम दबाव का क्षेत्र मौजूद है। मानसून द्रोणिका वर्तमान में श्रीगंगानगर, रोहतक, उरई, देहरी, पुरुलिया से होते हुए बांग्लादेश पर बने कम दबाव के क्षेत्र तक बनी हुई है। झारखंड पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।

प्रदेश में कहीं-कहीं वर्षा

अरब सागर और उससे लगे गुजरात पर भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। जम्मू-कश्मीर पर भी एक पश्चिमी विक्षोभ हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में सक्रिय है। इसके अतिरिक्त 24 अगस्त को बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवात के बनने के भी संकेत मिले हैं।

मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से कुछ नमी मिल रही है। तापमान बढ़ने के कारण प्रदेश में कहीं-कहीं वर्षा भी हो रही है। इस तरह की स्थिति अभी दो दिन तक बनी रह सकती है।

25 अगस्त से प्रदेश में झमाझम वर्षा

विशेषकर ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, शहडोल, जबलपुर, उज्जैन संभाग के जिलों के अलावा इंदौर संभाग में कहीं-कहीं वर्षा होती रहेगी। उधर बांग्लादेश पर बने कम दबाव के क्षेत्र के एक-दो दिन में आगे बढ़ने एवं 24 अगस्त को बंगाल की खाड़ी में चक्रवात के बनने के कारण 25 अगस्त से प्रदेश में झमाझम वर्षा की शुरुआत होने के आसार हैं।

कहां कितनी वर्षा

बुधवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक टीकमगढ़ में 60, धार में 46, नौगांव में 18, उमरिया में 17, पचमढ़ी में 16, इंदौर में 11, शिवपुरी एवं दमोह में छह, रतलाम एवं मंडला में चार, नरसिंहपुर में दो, गुना में 0.3 मिलीमीटर वर्षा हुई।

भारी वर्षा के बीच नर्मदा क्षेत्रों में अलर्ट

खरगोन-खंडवा सहित अन्य जिलों में भारी वर्षा होने से नर्मदा क्षेत्रों में अलर्ट किया गया है। मंगलवार रात हुई तेज वर्षा के बाद नर्मदा में जल स्तर बढ़ा है। साथ ही अपरवेदा से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। पिछले दिनों ही पानी छोड़ा गया था। इससे खरगोन जिले में 50 से ज्यादा जगह अलर्ट किया गया है।

नर्मदा से सटे गांवों में कर्मचारी लगातार नजर रखे हुए हैं। कई जगह कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। इससे जल स्तर की जानकारी ली जा रही है। महेश्वर में नर्मदा का 143 मीटर जल स्तर है। यह खतरे के निशान से चार मीटर नीचे हैं। खरगोन जिले में 24 मिमी वर्षा हुई है। जिले में अब तक 584 मिमी वर्षा हो चुकी है।

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