भारत और यूनाइटेड किंगडम ने एक ऐतिहासिक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस करार से ब्रिटेन की लग्जरी कारें भारत में सस्ती होंगी और भारतीय निर्यातकों को भी बड़ा लाभ मिलेगा। यह समझौता दोनों देशों के बीच व्यापार को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।
क्या है FTA और क्यों है खास?
भारत और यूनाइटेड किंगडम ने एक ऐतिहासिक **फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA)** पर सहमति जताई है, जो दोनों देशों के व्यापार संबंधों को नई दिशा देगा। इस समझौते पर तीन साल से अधिक समय तक चली बातचीत के बाद हस्ताक्षर हुए हैं।
FTA का मुख्य उद्देश्य है…
- व्यापार में रुकावटें कम करना
- आयात-निर्यात पर टैरिफ को घटाना
- निवेश को बढ़ावा देना
इसका सीधा फायदा भारत में ब्रिटिश ब्रांड की लग्जरी कारों और भारत के टेक्सटाइल, मरीन फूड, लेदर प्रोडक्ट्स और ऑटो पार्ट्स जैसे सेक्टर्स को मिलेगा।
लग्जरी कारों पर टैक्स में 90% की कटौती
अब तक ब्रिटेन से आयात होने वाली कारों पर 100% से अधिक आयात शुल्क लगता था। लेकिन नए FTA के तहत यह शुल्क घटकर सिर्फ 10% रह जाएगा।
इसका फायदा किन कार ब्रांड्स को मिलेगा…
- Jaguar Land Rover (JLR)
- Bentley
- Rolls-Royce
- BMW की MINI
- Aston Martin
- Norton Motorcycles (TVS स्वामित्व)
इन सभी ब्रांड्स की कारें और मोटरसाइकिलें अब भारतीय बाजार में अधिक किफायती और सुलभ होंगी। इससे भारत के लग्जरी कार बाजार में बड़ी हलचल आने की संभावना है।
भारतीय बाजार में कीमतों में कितनी होगी कमी?
कार कंपनियों के मुताबिक, टैक्स में 90% कटौती से इन गाड़ियों की कीमतों में 15 से 30 प्रतिशत तक की गिरावट आ सकती है। उदाहरण के लिए:
ब्रांड | मौजूदा कीमत (₹ लाख में) | अनुमानित नई कीमत |
Jaguar F-Pace | ₹ 78 लाख | ₹60–65 लाख |
Range Rover Evoque | ₹73 लाख | ₹55–60 लाख |
MINI Cooper | ₹45 लाख | ₹35–38 लाख |
Rolls Royce Ghost | ₹7.95 करोड़ | ₹6–6.5 करोड़ |
भारतीय एक्सपोर्ट सेक्टर को भी मिलेगा फायदा
FTA केवल ब्रिटिश प्रोडक्ट्स को भारत में सस्ता नहीं बनाएगा, बल्कि भारत से UK भेजे जाने वाले 99% सामानों पर भी टैरिफ खत्म कर दिया जाएगा।
कौन से भारतीय सेक्टर होंगे लाभान्वित…
- टेक्सटाइल और रेडीमेड गारमेंट्स
- मरीन फूड
- ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स
- चमड़ा और फुटवियर
- जेम्स एंड ज्वेलरी
इससे भारत की मैन्युफैक्चरिंग और निर्यात क्षमता में भी बड़ा इजाफा होगा, खासकर छोटे और मझोले उद्योगों (MSME) को अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेहतर प्लेटफॉर्म मिलेगा।
स्कॉच व्हिस्की और शराब पर भी टैक्स में राहत
ब्रिटिश स्कॉच व्हिस्की पर भारत में अब तक 150% आयात शुल्क लगता था। FTA के अनुसार, यह टैक्स अब दस वर्षों में घटाकर 40% कर दिया जाएगा। इससे ब्रिटिश एल्कोहॉलिक ब्रांड्स को भारत में नए ग्राहक मिल सकते हैं और कीमतों में गिरावट आएगी।
व्यापारिक संबंधों को मिलेगा बूस्ट
- अनुमानित व्यापार वृद्धि:
- वर्तमान कुल व्यापार: £42.6 बिलियन…
- 2040 तक अनुमानित वृद्धि: £25.5 बिलियन
- संयुक्त कुल व्यापार 2040 तक: £68 बिलियन से अधिक
यह भारत और ब्रिटेन के बीच अब तक का सबसे व्यापक व्यापार समझौता माना जा रहा है।
प्रोफेशनल्स और व्यापारियों के लिए यात्रा में सहूलियत
FTA में केवल वस्तुओं का आदान-प्रदान ही नहीं, बल्कि प्रोफेशनल विजिट्स और व्यापार यात्राओं को भी आसान बनाया गया है। हालांकि इमिग्रेशन पॉलिसी में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ, लेकिन दोनों देशों ने वीजा प्रक्रिया को अधिक लचीला और तेज बनाने पर सहमति जताई है।
राजनैतिक प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर दोनों ने इस समझौते की प्रशंसा की है। इसे भारत-UK संबंधों को नई मजबूती देने वाला कदम बताया गया है।
UK के लिए यह FTA ब्रेक्जिट के बाद का सबसे अहम व्यापारिक समझौता है, जिससे वह अपने वैश्विक व्यापार नेटवर्क को और मजबूत करना चाहता है।
भारत के लिए यह समझौता इसलिए महत्वपूर्ण…
- लग्जरी वाहनों की कीमत में भारी कमी
- भारतीय उत्पादों को ब्रिटिश बाजार में नया प्लेटफॉर्म
- टेक्सटाइल, लेदर, फूड, ऑटो सेक्टर को मिलेगा निर्यात में फायदा
- स्कॉच और व्हिस्की के शौकीनों को सस्ती कीमतों पर विकल्प
- दोनों देशों के बीच व्यापारिक और राजनयिक संबंधों में मजबूती