रविदासपुरा में एक युवक ने शिकायत दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि उपद्रवियों ने सामूहिक दुष्कर्म और गरीबों को भगाकर कब्जा करने की साजिश की। एफआईआर में 14 लोगों को नामजद किया गया है, जिनमें हथियारों का इस्तेमाल किया गया। घटना को सोची-समझी साजिश बताया गया है।
14 पर केस दर्ज
पुलिस ने दो अलग-अलग प्रकरणों में 14 लोगों को नामजद आरोपित बनाया है। छत्रीपुरा थाना पुलिस ने शुक्रवार को युवक की शिकायत पर शानू शेख बैंडवाला, अमान, अल्ताफ, फैजल गैरेजवाला, नानू, राजा, जावेद, नईम, अनीस, यास्मिन, आईशा के खिलाफ गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।
चाकू से हमला
युवक के मुताबिक शानू बैंडवाला और अल्ताफ चाकू लेकर लोगों पर हमला कर रहे थे। उन्होंने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया और कहा कि इनको भगाकर मोहल्ले में कब्जा करना है। अमान तलवार लेकर आया और उस पर हमला कर दिया। युवक के साथियों सचिन, सुजल, मोनू, महेंद्र, जितेंद्र, कृष्णा, श्यामलाल पर फैजल, नानू, राजा, जावेद, अनीस जनरेटरवाला ने हमला कर दिया।
महिलाओं ने छतों से फेंके पत्थर और फर्शी
युवक ने बताया कि यास्मिन और आईशा नामक महिलाओं ने छतों से पत्थर और फर्शियां फेंकीं। इससे स्पष्ट हो गया कि हमला सोची-समझी साजिश के तहत किया गया था। आरोपित छतों पर पत्थर और हथियार लेकर छुपे थे।
सामूहिक दुष्कर्म की धमकी
एक अन्य पीड़ित ने शानू शेख बैंडवाला, सलमान, अयान और मुन्ना नेता के खिलाफ प्रकरण दर्ज करवाया है। उसकी नाबालिग बेटी और भांजी से ही सबसे पहले विवाद हुआ था। सलमान ने बच्चियों को लात-घूंसों से मारा और एक बच्ची को गोद में उठाते हुए कहा कि इसके साथ सामूहिक दुष्कर्म करना है।
पीड़ित ने बच्ची को तो छुड़वा लिया, लेकिन आरोपित ने उस पर हमला कर दिया। इससे कलाई, पसली और पेट में गंभीर चोट आई है। यह भी बताया कि अयान पिस्टल लेकर आया था, उसने पीड़ित की भांजी की कनपट्टी पर पिस्टल अड़ाई और गोली मारने की धमकी दी।
फरार आरोपित की तलाश में जुटी पुलिस
घटना में चार आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन अभी भी महिलाओं सहित 10 आरोपित फरार हैं। पुलिस ने उनके घरों में दबिश दी, लेकिन वहां कोई भी नहीं मिला है। पुलिस अब उनके रिश्तेदारों का पता लगाकर वहां दबिश दे रही है। घटना पर वरिष्ठ अधिकारी भी नजर रख रहे हैं।