फिंगरप्रिंट मिसमैच तो रेटिना से होगा मिलान, परीक्षाओं में गड़बड़ी के बाद बदलाव

अमित सांघी, डीआइजी, ग्वालियर रेंज ने कहा कि अगर फिंगरप्रिंट मिसमैच होता है तो रेटिना का मिलान होगा। इसलिए परीक्षास्थल पर रेटिना स्कैनर की व्यवस्था की गई है। ऐसा पहली बार हो रहा है। जिससे किसी भी तरह की गड़बड़ी की संभावना ही न हो।

मप्र पुलिस आरक्षक भर्ती के लिए 16 अक्टूबर से प्रदेशभर में प्रारंभ होने जा रही शारीरिक परीक्षा में अभ्यर्थी का फिंगरप्रिंट मिसमैच होता है तो रेटिना का मिलान होगा। रेटिना मैच होने पर ही प्रवेश मिलेगा। अगर रेटिना भी मिसमैच होता है तो भर्ती के नोडल अधिकारी ही तय करेंगे कि अभ्यर्थी शारीरिक परीक्षा में शामिल होगा या नहीं। जांच के बाद ही अनुमति दी जाएगी। यह बदलाव पहली बार किया जा रहा है।

इसकी वजह है

अलग-अलग भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी के आरोपों के चलते सरकार की खूब किरकिरी हुई है। देश के अलग-अलग राज्यों में भी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी सामने आई। पुलिस भर्ती में कहीं कोई कमी न रहे, इसके लिए इस बार रेटिना तक की जांच की व्यवस्था की जा रही है।

हर परीक्षा केंद्र पर बायोमैट्रिक मशीन के साथ रेटिना स्कैनर भी इस बार उपलब्ध कराए जाएंगे। यहां बता दें कि पहले 23 सितंबर से प्रदेश के 10 परीक्षाकेंद्रों पर शारीरिक परीक्षा प्रारंभ होनी थी, लेकिन अतिवृष्टि के चलते पहले 30 सितंबर फिर इसे बढ़ाकर 16 अक्टूबर कर दिया गया।

जिस तारीख की परीक्षा निरस्त हुई, अब 11 नवंबर के बाद होगी

16 अक्टूबर से शारीरिक परीक्षा शुरू होगी। 16 अक्टूबर से 11 नवंबर का शेड्यूल पहले जैसा ही रहेगा। 23 सितंबर और इसके बाद की तारीख की जो परीक्षा थी, वह अब 11 नवंबर के बाद होगी।

आवेदन करते समय लिए गए थे रेटिना के नमूने

सभी अभ्यर्थियों के रेटिना के नमूने स्कैनर के जरिये आवेदन करते समय ही लिए गए थे। ऐसा पहली बार हुआ था। जिससे जरूरत पड़ने पर रेटिना स्कैनर से भी जांच कराई जा सके।

हर दिन 200 अभ्यर्थी देंगे परीक्षा

पहली बार मिलेंगे अंक हर दिन शारीरिक परीक्षा में एक परीक्षा केंद्र पर लगभग 200 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे, क्योंकि पहली बार शारीरिक परीक्षा में अंक दिए जाएंगे। इसलिए सभी अभ्यर्थियों को दौड़, गोला फेंक और लंबी कूद के सभी टास्क देने होंगे, जिससे अधिक से अधिक अंक अभ्यर्थी हासिल कर सकें।

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