दुनिया के कई देश पर्यटकों को लुभाने के लिए प्रयासरत रहते हैं। श्रीलंका, मालदीव, मॉरीशस जैसे एशियाई देशों में पर्यटन देश की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा भी है। हालांकि एक देश ऐसा भी है जहां इतने ज्यादा पर्यटक आने लगे हैं कि सरकार को इसे रोकने के इंतजाम करने पड़े हैं। दरअसल ग्रीस के प्रधानमंत्री ने ओवरटूरिज्म के नकारात्मक प्रभावों को देखते हुए उपायों की घोषणा की है। प्रधानमंत्री ने शनिवार को एक अंतर्राष्ट्रीय मेले में अपने वार्षिक भाषण के दौरान ये घोषणाएं की है। यहां कोविड महामारी के बाद पर्यटकों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है।
ग्रीस सरकार साल के कुछ महीनों के दौरान क्रूज यात्रियों की आवागमन को लेकर बेहद चिंतित है। इसके बाद अब सरकार और टैक्स वसूलना शुरू करेगी। सरकार यहां रहने वाले टूरिस्ट पर जलवायु-संकट से संबंधित टैक्स भी बढ़ाएगी। ग्रीस के प्रधानमंत्री ने चिंता जताई कि ग्रीस के कुछ हिस्सों में अति पर्यटन की समस्या बढ़ गई है। जून में ब्लूमबर्ग के साथ एक इंटरव्यू में उन्होंने 2025 से देश के सबसे लोकप्रिय द्वीपों पर जाने वाले क्रूज जहाजों को प्रतिबंधित करने की योजना पर भी बातचीत की थी।
पर्यटन में रिकॉर्ड इज़ाफा
बैंक ऑफ ग्रीस के नए आंकड़ों के मुताबिक ग्रीस में 2023 में रिकॉर्ड 36.1 मिलियन पर्यटक आएं जबकि 2024 के पहले छह महीने में ही यह आंकड़ा 16 फीसदी बढ़ गया। बता दे कि पर्यटन इस देश की अर्थव्यवस्था में लगभग 20 प्रतिशत का योगदान देता है।
स्थानीय बिजनेस के लिए योजनाएं
नए एक्शन के तहत ग्रीक बंदरगाहों पर आने वाले सभी यात्रियों को टैक्स देने होंगे और सेंटोरिनी और मायकोनोस के लोकप्रिय पर्यटन द्वीपों में शुल्क अधिक होगा। प्रधानमंत्री मित्सोटाकिस ने रविवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि ज्यादा पर्यटकों के आने वाले महीनों के दौरान 20 यूरो तक टैक्स देना होगा।” अप्रैल से अक्टूबर की अवधि के लिए एकोमोडेशन टैक्स भी बढ़ाया जाएगा जिससे स्थानीय बिजनेस को फायदा पहुंचने की उम्मीद है।