अब शहरों में सफर होगा और भी तेज और ट्रैफिक फ्री! भारत में पहली बार एयर टैक्सी सेवा शुरू होने जा रही है, जो लोगों को ट्रैफिक से मुक्ति दिलाएगी। सरला एविएशन इस अनोखी सेवा की शुरुआत 2028 में बेंगलुरु से करेगी, और फिर दिल्ली-मुंबई जैसे बड़े शहरों तक इसका विस्तार होगा।
सरला एविएशन की शानदार योजना
भारत में तकनीक की दुनिया में एक और बड़ी छलांग लगने जा रही है। अब आप केवल कार या बाइक से ही नहीं, बल्कि उड़ने वाली टैक्सी से भी अपने शहर के एक कोने से दूसरे कोने तक सफर कर पाएंगे। जी हां, एयर टैक्सी अब कोई सपना नहीं रह जाएगी।
सरला एविएशन नामक एक एयरोस्पेस स्टार्टअप भारत में कमर्शियल एयर टैक्सी सर्विस शुरू करने जा रहा है। सबसे पहले यह सेवा बेंगलुरु में शुरू की जाएगी और फिर इसे दिल्ली और मुंबई जैसे महानगरों में भी लागू किया जाएगा।
शुरुआत बेंगलुरु से, विस्तार दिल्ली और मुंबई तक
एड्रियन श्मिट, जो सरला एविएशन के CEO और सह-संस्थापक हैं, उन्होंने हाल ही में मीडिया से बातचीत में बताया कि उनकी कंपनी का लक्ष्य 2028 तक देश में एयर टैक्सी सेवा शुरू करना है।
उन्होंने कहा, “बेंगलुरु में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरुआत की जाएगी और फिर 5 वर्षों में देश के अन्य हिस्सों में भी इसे विस्तार दिया जाएगा।”
भारत में पेश हुई थी एयर टैक्सी
कंपनी ने इस साल की शुरुआत में भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो के दौरान अपनी पहली एयर टैक्सी शून्य को शोकेस किया था। इसे देखते ही लोगों को भविष्य की यात्रा का अनुभव हो गया था। यह एक eVTOL (इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग) तकनीक पर आधारित एयर टैक्सी है, जो बिना रनवे के सीधे ऊपर उठकर उड़ान भर सकती है।
तकनीकी जानकारियां और क्षमताएं
- बैठने की क्षमता: 1 पायलट और 6 यात्री
- टॉप स्पीड: 250 किमी प्रति घंटा
- उड़ान रेंज: 160 किमी
- पेलोड क्षमता: 680 किग्रा
- मोटर: 7 इलेक्ट्रिक मोटर
यह टैक्सी मुख्य रूप से 25-30 किलोमीटर की शहरी दूरी तय करने के लिए डिज़ाइन की गई है, जिससे मेट्रो शहरों में ट्रैफिक से राहत मिलेगी।
शानदार केबिन और फ्लेक्सिबल डिजाइन
शून्य एयर टैक्सी को आधुनिक सुविधाओं से लैस केबिन के साथ पेश किया जाएगा। इसे 6-सीटर और 4-सीटर कॉन्फिगरेशन में उपलब्ध कराया जाएगा, साथ ही इसे कार्गो ट्रांसपोर्ट के लिए भी कस्टमाइज़ किया जा सकता है।
इसका मतलब यह वाहन यात्रियों के साथ-साथ सामान ढोने के काम में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
किराया और उपयोगिता
हालांकि कंपनी ने अभी तक किराये को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी है, लेकिन उनका कहना है कि किराया किफायती रखा जाएगा, ताकि आम लोग भी इसे डेली कम्यूट के तौर पर इस्तेमाल कर सकें।
सरकार की भूमिका और सहयोग
- एयर टैक्सी को सफल बनाने के लिए केंद्र सरकार भी पूरी तैयारी में है।
- 2026 तक एयर टैक्सी के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा।
- नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने eVTOL वाहनों के लिए उड़ान योग्य प्रमाणपत्र के दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
- देश की अग्रणी एयरलाइन कंपनी IndiGo ने अमेरिकी फर्म Archer Aviation से 200 एयर टैक्सियों का ऑर्डर भी दिया है।
बड़ी फंडिंग, बड़ा विज़न
सरला एविएशन ने Accel के नेतृत्व में सीरीज A फंडिंग राउंड में 10 मिलियन डॉलर जुटाए हैं। इसमें फ्लिपकार्ट के बिन्नी बंसल, निखिल कामथ और स्विगी के श्रीहर्ष मजेटी जैसे दिग्गज निवेशकों ने हिस्सा लिया है। कंपनी का लक्ष्य बेंगलुरु में 2028 तक 30 फ्लाइंग टैक्सियां लॉन्च करने का है।
मिशन: मैन्युफैक्चरिंग, न कि सर्विस प्रोवाइडर
- CEO एड्रियन श्मिट ने यह भी साफ किया है कि कंपनी का लक्ष्य एक मैन्युफैक्चरिंग फर्म बनना है। यानी वे खुद सेवा देने की बजाय अन्य कंपनियों को एयर टैक्सी सप्लाई करेंगे।
- इससे बाजार में और भी कंपनियों को एयर मोबिलिटी में आने का मौका मिलेगा और प्रतिस्पर्धा से गुणवत्ता और कीमत में सुधार होगा।
कर्मचारी संख्या में भी तेजी से इज़ाफा
जनवरी में केवल 20 लोगों से शुरू हुई टीम अब बढ़कर 47 तक पहुंच गई है। कंपनी का लक्ष्य साल के अंत तक 80-120 कर्मचारियों की टीम तैयार करना है।
एयर टैक्सी: भारत के भविष्य की सवारी
जहां एक ओर मेट्रो शहरों में ट्रैफिक बढ़ता जा रहा है, वहीं एयर टैक्सी एक क्रांतिकारी समाधान बनकर उभर रही है। न केवल इससे समय की बचत होगी, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल तकनीक होने के कारण प्रदूषण में भी कमी आएगी।